कांग्रेस के पैराशूटी नेताओं को आम आदमी के दर्द की नहीं, सत्ता की चिंता

प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान के लिए अब महज दस दिनों का ही समय रह गया है। ऐसे में आरोप प्रत्यारोपों का दौर और विरोधी नेताओं को घेरने का काम पूरे जोर-शोर से किया जा रहा है। ऐसे में विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से कमलनाथ और ज्यातिरादित्य सिंधिया भाजपा के लिए चुनौती बने हुए हैं। यही वजह है कि अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के साथ ही उसके नेता राुहल गांधी के अलावा कमलनाथ, सिंधियां को उनके ही बयानों पर घेरना शुरु कर दिया है। शिवराज

अपने भाषणों में यह साबित कर रहे हैं कि कांग्रेस अब भी हवा में बनी हुर्ई। साक्षात्कार के दौरान श्री सिंह का कहना है कि कांग्रेस का नेत्त्व राजा, महाराजा और उद्योगपतियों के पास है, जो पैराशूट की तरह दिल्ली से आते हैं। आजकल थोड़ा बहुत रुक रहे हों तो पता नहीं, नहीं तो शाम की लाइट से दिल्ली लौट जाते हैं। इन्हें जनता, जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। ये सिर्फ सत्ता के लिए बेेचैन है, इसलिए ये बार-बार यहां के चक्कर लगा रहे हैं।
कांग्रेस कह रही है कि जनता बहुत गस्से में है –
जनता को नहीं कांग्रेस को गुस्सा आता है, क्योंकि 15 साल से वो सत्ता से बाहर है। गुस उनको इसलिए आता है, क्योंकि एक किसान का बेटा सत्ता पर बैठा है।
राम मंदिर मुद्दे पर रुख?
भगवान श्रीराम चुनाव का नहीं, आस्था और श्रद्धा का विषय है। राम हमारे रोम-रोम में बसे है, हर कोई चाहता है कि राम मंदिर बने। कांग्रेस वाले इस विषय को भटकना चाहते हैं। सबकी सहमति से ये कोर्ट के फैसले से राम मंदिरी से पूरा देश चाहता है।
कांगे्रस के संघ बैन पर ..
ये ऐसे लोग है जिन्हें देशभक्ति और देशप्रेम से हर लगता है। ये लोग सत्ता के लिए किसी ाी स्तर पर जा सकते हैं। संघ देश और समाज के लिए समर्पित लोग तैयार करता है। नेहरू जी और इंदिरा जी ने संघ पर प्रतिबंध लगाया, लेकिन कुछ नहीं कर पाए।
राहुल के बयानों पर..
राहुल और उनका पूरा परिवार भ्रष्टाचार में घिरा है, उनके परिवार पर जिस तरह से गंभीर आरोप है, इसे पूरे देश जानता है। इसलिए वो खिसियाकर भाजपा पर भी आरोप लगा रहे है। वो तो परमानेंट कंफ्यूज हैं, हम पर भी आरोप लगाकर कहा कि गलती हो गई मैं कंफ्यूज हो गया था। अब जिस पार्टी का नेता ही कंफ्यूज हो, वो क्या देश का भला करेगा। सचमुच में वो कंफ्यूज है। इसलिए गठबंधन बनने या महागठबंधन 2019 में दीवारों पर लिखा है कि मोदी जी ही देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
दिग्विजय सिंह पर
जाको प्रमुख दारुण दुख देहि, वाकी मति पहले हर लेहि। पता नहीं जो व्यक्ति 10 साल तक मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री रहा, भगवान ने उनकी बुद्धि कैसे भटका दी या खुद भटक गए, लेकिन मैं उनके बयान को इसीलिए महत्व नहीं देता। क्योंकि वो रोज उल्लू-जुलूल बयान देते रहे हैं। उनके बयान को न तो उनकी पार्टी महत्व देती है न मैं देना चाहता हूं।