राष्ट्र निर्माता हो तो ऐसा. सीधी.

राष्ट्र निर्माता हो तो ऐसा. सीधी.

सीधी जिले के सीधी जनपद अंतर्गत जन शिक्षा केंद्र करवाही के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक पाठशाला बुशिया टोला मैं पदस्थ शिक्षिका वविता गुप्ता के कार्य की प्रशंसा जितनी की जाए उतना ही कम होगा.

जहां एक तरफ शिक्षक विद्यालय जाना उचित नहीं समझते दूसरे जिले की रहने वाली शिक्षिका सीधी जिले के एक आदिवासी गांव में पदस्थ हैं. प्रतिदिन विद्यालय आना बच्चों का पठन-पाठन करना और उसके साथ उन बच्चों की यथा स्थित समझना और उनकी जरूरतें पूरी करने की छवि से जानी जाती है वविता गुप्ता.

आज हम अपने पाठकों को ऐसी शिक्षिका के बारे में बता रहे हैं जो दूसरों शिक्षकों के लिए एक प्रेरणा का काम करेगी
श्रीमती गुप्ता द्वारा प्रत्येक वर्ष अपने विद्यालय में उपस्थित समस्त बालक एवं बालिकाओं को आवश्यकतानुसार वस्त्र प्रदान किए जाते हैं पठन-पाठन के लिए पुस्तकें इत्यादि मूलभूत आवश्यकताएं जो एक विद्यार्थी को पठन-पाठन के लिए पढ़ती हैं यह सब उपलब्ध कराया जाता है. वर्तमान में प्राथमिक पाठशाला में 58 बच्चे दर्ज हैं.

जब हमारे संवाददाता द्वारा यह सब की जानकारी बच्चों से ली गई तो बच्चों द्वारा कहा गया कि शिक्षिका हो तो श्रीमती गुप्ता की तरह जो हमें हर समय पढ़ाई के साथ साथ प्रत्येक गतिविधि में प्रोत्साहित करती हैं।
प्राथमिक शाला में पदस्थ बच्चे इंग्लिश का प्रयोग अपने बोलचाल में करते हैं जो कि काबिले तारीफ विषय है बच्चों द्वारा यह भी बताया गया कि मैडम लंच भी हमारे साथ करती हैं और हम मैडम से प्रभावित हैं.

शिक्षिका व्यक्ति वविता गुप्ता ने संवाददाता से बात करते समय कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं इन बच्चों के बीच पठन-पाठन का कार्य कर रही हूं और मैं इनके भविष्य के सुधार के लिए हमेशा कार्यरत रहूंगी.मेरे लिए गर्व की बात है कि मेरे द्वारा पढ़ाई गए बच्चे नेशनल मेंस कम मेरिट की परीक्षा में उत्तरण हुए हैं अजीत कुमार गुप्ता, भूमिका गुप्ता ,रिया गुप्ता विद्यालय के रखरखाव एवं मरम्मत के बारे में मैडम से जब पूछा गया तो मैडम द्वारा बताया गया कि विगत कई वर्षों से विद्यालय की मरम्मत पुताई, बच्चों के बैठने के लिए कुर्सियां टेबल, रखरखाव इत्यादि चीजें मेरे द्वारा मेरे निजी खर्च पर किए जा रहे हैं.