कलेक्टर स्तर के मामले मुख्यमंत्री को सुनने पड़ रहे, ये सुशासन नहीं: यादव

कलेक्टर स्तर के मामले मुख्यमंत्री को सुनने पड़ रहे, ये सुशासन नहीं: यादव.

सभी कलेक्टर जिलों में चल रहे छोटे-बड़े सभी घटनाक्रम पर नजर रखें। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करें और उनके सुझावों पर अमल भी करें। कलेक्टर के स्तर के मामले मुख्यमंत्री को सुनने पड़ रहे हैं, यह तो ठीक नहीं है। यह सुशासन नहीं है। अपनी कार्यप्रणाली सुधारें। अपनी दक्षता और क्षमता बढ़ाएं। योजनाओं का समय-सीमा में क्रियान्वयन हो। यह बात मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने शुक्रवार को समाधान आनलाइन कार्यक्रम में कलेक्टरों से कही। इस दौरान उन्होंने 14 जिलों के विभिन्न प्रकरणों की सुनवाई की और आवेदकों से भी संवाद किया। मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों से कहा कि वे सरकार की योजनाओं के नीचे तक पहुंचाने की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाएं। सभी काम समय पर होने चाहिए ताकि लोगों को छोटी-छोटी जरूरतों के लिए यहां-वहां भटकना न पड़े। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि यदि कोई मामला समाधान आनलाइन में आ रहा तो यह गंभीर बात है। सुशासन के तहत स्थानीय स्तर पर आवेदकों को उनकी समस्या का निदान मिलना चाहिए।

प्रज्ञा की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई रुकी
2008 मालेगांव ब्लास्ट मामले में आरोपी पूर्व सांसद प्रज्ञा ठाकुर की जमानत के खिलाफ याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई रोक दी। कोर्ट ने कहा कि ट्रायल कोर्ट में जल्द फैसला आने वाला है, इसलिए इस याचिका पर अब और विचार की जरूरत नहीं है। यह याचिका पीडि़तों के एक परिजन ने 2017 में दायर की थी, जिसमें प्रज्ञा की जमानत रद्द करने की मांग की गई थी। एनआईए कोर्ट ने 19 अप्रैल को इस मामले में फैसला सुरक्षित रखा था और 8 मई को फैसला सुनाए जाने की संभावना है। मालेगांव ब्लास्ट में 7 लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा घायल हुए थे।

लव जिहाद को कुचलना राजनीतिक नहीं दिलों का मुद्दा : रामेश्वर
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि मुस्लिम धर्म में हिन्दू बेटियों को लव जिहाद में फंसा कर धर्म परिवर्तन कराने पर सवाब मिलता है। यह इस धर्म के लोगों ने स्वीकार किया है। तो अब उन्हें कुचला भी जाएगा और मारा भी जाएगा। अब ऐसा करने वालों को जन्नत भी नसीब होगी। शर्मा ने कहा कि यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है। यह राजनीतिक दलों का नहीं दिलों का मुद्दा बन गया है। जिसके विरोध में सम्पूर्ण हिन्दू समाज सडक़ों पर है। मीडिया को दिए बयान में विधायक शर्मा ने कहा है कि हर हिन्दू के मन में अपने हिन्दुस्तान में बेटियों को नहीं बचा पाने का आक्रोश है। इन्हें लव के नाम पर फंसाया जा रहा है। तो ऐसा करने वालों, अपने मुगालते ठीक कर लेना। ड्रग्स माफिया हो या कोई और सबको कुचला जाएगा। जो अपराधियों के साथ हैं, उन सबको कुचला जाएगा।

डॉ. अरुणा कुमार के चार्ज संभालते ही विवाद
चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा डॉ. अरुणा कुमार को डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन बनाए जाने के फैसले ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। शुक्रवार को पदभार ग्रहण करते ही जहां एक तरफ अरुणा कुमार ने विभागीय बैठकों का दौर शुरू किया, वहीं दूसरी तरफ जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन और मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने इस नियुक्ति का विरोध करते हुए सरकार को 24 घंटे में आदेश निरस्त करने की चेतावनी दी है। दोनों संगठनों ने निर्णय पर पुनर्विचार नहीं होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है। गुरुवार को ही जूडा ने डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल को पत्र भेजकर इस निर्णय पर पुनर्विचार की मांग की। जूडा ने आरोप लगाया कि डॉ. कुमार का प्रशासनिक व्यवहार पूर्व में विवादास्पद रहा है, जिससे कॉलेजों का शैक्षणिक वातावरण प्रभावित हुआ है। उन्होंने पत्र में लिखा कि डॉ. कुमार के कार्यकाल में एक महिला जूनियर डॉक्टर ने मानसिक प्रताडऩा के चलते आत्महत्या का कदम उठाया था। इससे पूर्व भी उनके रवैये को लेकर कॉलेज परिसर में तनाव की स्थिति बन चुकी है।