मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है. ऐसे में प्रदेश का राजनीतिक पारा भी चढ़ता जा रहा है. सत्ता पक्ष और विपक्ष में ऐसी ही जोर आजमाइश सोमवार को गुना में देखने को मिली. जब एक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में कांग्रेस के एक विधायक को मंच से सुरक्षाकर्मियों ने धकियाते हुए नीचे उतार दिया.
दरअसल गुना में सरकारी की तरफ से विकास पर्व और किसान महासम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस मौके पर शिवपुरी-गुना और गुना-ब्यावर फोरलेन प्रोजेक्ट का उद्घाटन भी किया जाना था. लेकिन सारा कार्यक्रम उस वक्त हाईवोल्टेज ड्रामे में तब्दील हो गया जब बमौरी से कांग्रेस विधायक महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र और परियोजना के शिलापट्ट पर गुना से कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम नहीं होने पर आपत्ति दर्ज कराई.
सिसोदिया ने इस बारे में मुख्यमंत्री चौहान और केंद्रीय मंत्री गडकरी से शिकायत दर्ज कराई. मुख्यमंत्री ने विधायक से कहा कि यह जिला स्तर का मामला है इसलिए कलेक्टर से बात कर लें. सिसोदिया ने जवाब से संतुष्ट ना हो कर मंच से ही कार्यक्रम के बहिष्कार का ऐलान कर दिया. अभी सिसोदिया बोल ही रहे थे कि सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें धक्का देते हुए मंच से उतार दिया.
दिलचस्प बात ये है कि आमंत्रण पत्र पर कांग्रेस के दो विधायकों महेंद्र सिंह सिसोदिया और जयवर्धन सिंह के नाम तो थे लेकिन सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम नदारद था.
विधायक सिसोदिया के तेवरों को लेकर प्रशासन पहले से ही तैयार था. इसलिए जैसे ही सिसोदिया ने माइक पर बोलने की कोशिश की, सुरक्षाकर्मी पहले से ही तैयार थे और उन्हें धकियाते हुए मंच से नीचे ले गए.
सिसोदिया को मंच से उतारे जाने के बाद मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने सिसोदिया और कांग्रेस पर कार्यक्रम को अपशकुन करने की कोशिश का आरोप लगाया. पवैया ने कहा कि कांग्रेस को प्रदेश का विकास हजम नहीं हो पा रहा है.
बहरहाल, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का आमंत्रण पत्र में नाम नहीं छपने को लेकर प्रशासन सवालों के घेरे में है.