विवादों के चलते विधानसभा सचिवालय ने रोकी कर्मचारियों की भर्ती

विस सचिवालय में होने वाली कर्मचारियों की भर्ती की प्रक्रिया को लेकर खड़े हुए विवाद के बाद अब इस पर रोक लगा दी गई है। दरअसल प्रभावशाली लोगों द्वारा अपने लोगों को नौकरी दिलाने के लिए विस सचिवालय के माध्यम से गुपचुप तरीके से 40 विभिन्न पदों के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया को शुरु कराया गया था। इस प्रक्रिया में अधिकांश नेताओं, अफसरों और प्रभावी लोगों के सगे संंबंधियों के नाम शामिल किए जाने का मामला सामने आने के बाद से सवाल खड़े होना शुरु हो गए थे। विस सचिवालय ने नियुक्ति के लिए जो प्रक्रिया अपनाई वह पारदर्शी नहीं थी। सचिवालय के नोटिस बोर्ड पर कुछ घंटे के लिए सूचना चस्पा करने के बाद उम्मीदवारों के नाम रोजगार कार्यालय से मंगा लिए गए थे। चूंकि सचिवालय में आमजन को प्रवेश नहीं मिलता है , जिसकी वजह से बेरोजगारों व आमजन को इसका पता ही नहीं चलता है। रोजगार कार्यालय से भी वही नाम आए जो सचिवालय की पसंद माने जा रहे हैं। इनमें ऐसे लोग भी शामिल थे जिनका पंजीयन कुछ दिन पूर्व ही हुआ। विस उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र सिंह ने इसी प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। उन्होंने अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा को पत्र लिखकर खुली प्रतिस्पर्धा के आधार पर नियुक्ति करने की सलाह दी थी। साथ ही संदेह व्यक्त किया था कि इस तरह की नियुक्तियों की यदि किसी ने न्यायालय, लोकायुक्त या फिर अन्य संस्था में शिकायत कर दी तो विस सचिवालय शंका के दायरे में आ जाएगा।
चर्चा के बाद लिया फैसला
विस अध्यक्ष शुरुआत में कहां नियुक्तियां नियमों के तहत हो रही हैं जबकि उपाध्यक्ष अपनी बात पर कायम रहे। दोनों के बीच चर्चा के बाद शुक्रवार को नियुक्ति प्रक्रिया स्थगित करने का निर्णय लिया गया। सचिवालय ने साक्षात्कार और लिखित परीक्षा भी स्थगित कर दी है।
नियुक्तियों में ऐसे चलती रही मनमर्जी
रोहाणी के कार्यकाल में विस सचिवालय में आवास संघ के कर्मचारी केएल दलवानी और महावीर सिंह को प्रतिनियुक्ति पर रखा गया था। अब इनकी सेवाएं यहां मर्ज कर ली गई हैं। आवास संघ सरकारी महकमी नहीं संगठन है। जबकि प्रतिनियुक्ति पर सिर्फ सरकारी महकमे के लोगों की सेवाएं ली जाती हैं। एक मंत्री के सुरक्षाकर्मी को रिटायर होने के बाद सचिवालय ने संविदा नियुक्ति दी और मंत्री के यहां फिर से सुरक्षाकर्मी के तौर पर पदस्थ कर दिया। इसी तरह यहां हाल ही में सहायक ग्रेड एक के नौ स्टोनोग्राफर के नौ और रिपोर्टर के पदों पर नोटिस बोर्ड में विज्ञापन प्रकाशित कर भर्ती कर ली गई।