मंगल भारत। मनीष द्विवेदी। मप्र में विधानसभा चुनाव में 3

साल का समय बाकी है, लेकिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने अभी से पार्टी के पिलर कहे जाने वाले जिलाध्यक्षों की कसावट शुरु कर दी है। 4 महीने के भीतर दूसरा मौका है, जब पार्टी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने जिलाध्यक्षों को आइना दिखाया और पार्टी लाइन याद दिला दी। इशारों में नहीं सीधे-सीधे किसके लिए कहा कि काम तो ये चार पांच लोग ही करते हैं, बाकी कागजों में ही रह जाते हैं। खंडेलवाल को क्यों कहना पड़ा कि कार्यकर्ता अपने हिसाब का ना चुनें। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने पार्टी के जिलाध्यक्षों को नसीहत देते हुए कहा कि वे अपनी टीम को भी काम करने का मौका दें। जिन जिलों ने अभी तक अपनी कार्यकारिणी घोषित नहीं की है, उनको लेकर खंडेलवाल ने कहा कि पार्टी संगठन में उन्हीं कार्यकर्ताओं को स्थान दिया जाए जो जमीन पर सक्रिय हैं, केवल चेहरा दिखाने वाले लोग संगठन में नहीं चाहिए।
खंडेलवाल यूनिटी मार्च को लेकर प्रदेश कार्यालय में आयोजित जिलाध्यक्षों की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। यह मार्च 31 अक्टूबर से 6 दिसंबर के बीच प्रदेशभर ने निकाले जाएंगे। कार्यशाला में प्रदेश पदाधिकारी और जिलों की टोली के लोग भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने जिलाध्यक्षों के कामकाज पर भी चर्चा की। खण्डेलवाल ने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसा न हो कि जिले की टीम में केवल पांच-सात लोग ही कार्य कर रहे हों। पूरी टीम को सक्रिय रहना होगा, तभी संगठन मजबूत होगा और पार्टी को विजय मिलेगी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अरुण सिंह ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में आत्म निर्भर भारत अभियान को लेकर मप्र भाजपा संगठन की बैठक ली। बैठक के बाद सिंह ने संवाददाताओं को कहा कि यूपीए के कार्यकाल में देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर सालाना सिर्फ 2.5 लाख करोड़ रुपए ही खर्च किए जाते थे, लेकिन एनडीए की मोदी सरकार आने के बाद देश में अब इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर सालाना 12 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसी कारण देश आत्म निर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। आत्मनिर्भर भारत ही विकसित भारत का आधार बनेगा।
जिलाध्यक्षों को दो टूक, पेपर में मत रह जाना
भाजपा मुख्यालय में पार्टी के कार्यक्रमों को लेकर बुलाई गई बैठक का मौका था। पार्टी के 62 संगठनात्मक जिलों के अध्यक्ष मौजूद थे। पार्टी वल्लभभाई पटेल को स्मरण करते हुए यूनिटी मार्च निकालने जा रही है। जिसकी तैयारियों को लेकर ये बैठक थी, लेकिन जिलाध्यक्षों को संबोधित करते हेमंत खंडेलवाल ने बता दिया कि कार्यक्रम से लेकर तीन साल बाद होने वाले चुनाव में कौन सा जिलाध्यक्ष पार्टी संगठन की रफ्तार से कदमताल कर पाएगा। यूनिटी मार्च पर बोलते हुए खंडेलवाल ने सभागार में मौजूद सभी जिलाध्यक्षों को आइना दिखाया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम प्रभावशाली होना चाहिए, क्योंकि होता ये है कि चार से पांच लोग काम करते हैं। बाकी पेपर में रह जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीम जो बनाएं, आप उसमें सभी समाजों का समावेस होना चाहिए। खंडेलवाल ने इशारों में ये बात भी कह दी कि जो टीम मजबूत होगी, वही चुनाव में सामना कर पाएगी। भाजपा मध्य प्रदेश में अभी भले शांति काल हो, लेकिन खंडेलवाल ने आगामी निकाय फिर पंचायत और फिर विधानसभा चुनाव तक जिलाध्यक्षों को अलर्ट कर दिया है, जो टीम मजबूत होगी, वही चुनाव में सामना कर पाएगी। इस एक लाइन के बयान के भी कई मायने हैं।
आपके नहीं संगठन के काम का हो कार्यकर्ता
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि टीम ऐसी बनाइए कि कार्यक्रम प्रभावशाली बने। उन्होंने खरे लहजे में कहा कि कार्यकर्ताओं की टीम ऐसी ना तैयार करें कि सारा काम खुद करना पड़े। हमारे लिए ठीक है ये सोचकर कार्यकर्ता का चुनाव ना करें। ये देखें कि वो संगठन के लिए ठीक है कि नहीं। उन्होंने जिलाध्यक्षों को हिदायत देते हुए कहा कि कई बार अपने व्यक्तिगत आग्रह को छोड़ देना चाहिए। संगठन तभी मजबूत होगा जब आपका हर कार्यकर्ता सक्षम रहेगा। हेमंत खंडेलवाल ने रेखांकित करते हुए कहा कि हमारे सांसद और विधायक वरिष्ठ नेता जो हैं। उनका सम्मान रहे इस बात का ध्यान रखना है। कैसे आपकी टीम प्रभावशाली हो। किस तरह से बेहतर ढंग से काम करें, इस पर आपका फोकस होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विचारधारा को मजबूत करना है। अपनी टीम से आप बात कीजिए हम तो आपसे नीतिगत ही बात करेंगे। सभा क्षेत्र और सभी समाजों का समावेश आपकी टीम में हो इसका ध्यान रखना है। पार्टी के कार्यक्रम में कोई दिक्कत ना हो ये विशेष ध्यान रखना है।
मन की बात में ऐसे मध्यप्रदेश पहुंचा आगे
हेमंत खंडेलवाल ने बताया कि मन की बात कार्यक्रम को जो बूथों पर सुने जाने का क्रम था। उसमें धीरे धीरे 77 प्रतिशत से अब अस्सी फीसदी बूथों पर मन की बात सुना गया। यूपी के साथ मध्य प्रदेश देश में सबसे आगे हैं। उन्होंने जिलाध्यक्षों से कहा कि आप सबसे एक ही आग्रह है कि पार्टी के काम को सबसे आगे रखिए। कैबिनेट के निर्णय नीचे तक जनता के बीच पहुंचे, इसका प्रयास आपको विशेष रुप से करना है।