कांग्रेस विधायक बोले मैं इस्तीफा दे दूंगा, मुश्किल में आ सकती है सरकार

मंगल भारत बदनावर. कमलनाथ सरकार के मंत्रिमंडल गठन के दिन से ही विवाद हो रहे है। बात हो मंत्रियों के विभागीय बंटवारे की या फिर अन्य और कांग्रेस विधायकों की नाराजगी की। निर्दलीय, सपा और बसपा विधायकों के समर्थन से सरकार बनी है लेकिन इनमे से कुछ विधायक शपथ में शामिल नहीं हुए दूसरी ओर कांग्रेस के जिन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह नहंी मिली वे बगावती रूख अपनाने को आतुर है। गुरुवार को बदनावर के विधायक राजवर्धनसिंह दत्तीगांव ने भी बगावती तेवर दिखाएं। आभार बैठक में समर्थकों को संबोधित करते हुए यह तक कह दिया कि वंशवाद की राजनीति ने मेरा हक छीन लिया। यदि मैं किसी बड़े नेता का बेटा होता तो आज मंत्री बन गया होता। मैं अन्याय नहीं सहन करूंगा, किसी कार्यकर्ता को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है, जरूरत पड़ी तो मैं इस्तीफा दूंगा। बैठक में दत्तीगांव ने कहा, क्षेत्र की जनता को उम्मीद थी कि मैं इस बार मंत्री बनूंगा। किंतु मेरे साथ पक्षपात किया गया। मुझे मंत्री बनने का शौक नहीं है, लेकिन यह मेरा हक था, जिसे मुझे नहीं दिया गया। अगर मेरे साथ अन्याय हुआ तो मैं सहन नहीं करूंगा, इसका जवाब दूंगा। किसी भी कार्यकर्ता को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है। जरूरत पड़ी तो मैं इस्तीफा दूंगा। चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही है तो लोकसभा चुनाव के साथ साथ फिर से हो जाए विधायक का चुनाव। हम जीतकर दिखाएंगे। बड़े नेता चाहे मेरे साथ न हो, पर जनता मेरे साथ है। वंशवाद, जातिवाद ही क्या हावी रहेगा हम पर। उन्होंने कहा, जनादेश जनाकांक्षा व मतदाताओं का सम्मान होना चाहिए। विजयी जुलूस भी तभी निकलेगा जब आपकी भावनाओं का सम्मान होगा। बैठक में विधानसभा क्षेत्र के गांवों से आए कार्यकर्ता बडी संख्या में मौजूद थे। कार्यकर्ताओं ने भी दत्तीगांव को मंत्री नहीं बनाए जाने को क्षेत्र के साथ पक्षपात बताया।